बिज़नेस के लिए क्यों टोल-फ्री नंबर एक मुनाफे का सौदा है?

अब वे दिन नहीं हैं जब केवल बड़े उद्योग ही टोल-फ्री नंबरों का उपयोग करने में सक्षम थे। अब समय बदल गया है और अब कितने छोटे और बड़े उद्योग इस सुविधा का लाभ उठाते हैं और उठाये भी क्यों ना! टोल-फ्री नंबर के ढेरों फायदे जो हैं।

                     टोल-फ्री नंबर पर होने वाले खर्च को यदि निवेश के रूप में लिया जाये तो ये सीधे तौर पर उद्योग में बढ़ोत्तरी और उसके प्रचार - प्रसार में एक महत्वपूर्ण कड़ी बन सकता है। 

आइए! टोल-फ्री नंबर के उपयोग के कुछ और फायदों के बारे में जानते हैं!

१. उद्योग की छवि बढ़ाना

आम लोगों की अवधारणा कि केवल बड़े उद्योग ही टोल-फ्री नंबर का उपयोग करते थे, उन्हें आज भी ये मानने को विवश करता है कि जिस भी कंपनी या उद्योग के पास टोल-फ्री नंबर है वो भरोसेमंद और दायित्वों को निष्ठा से निभाने वाले होंगे। लोगों का ऐसा मानना उद्योग के लिए फायदेमंद और उसकी छवि को और भी बढ़ाने का कार्य करता है।


२. प्रभावशील व्यापार का साधन

 कम्पनी और उद्योग की सफलता में, व्यापार का तरीका और प्रचार सबसे अहम किरदार निभाते हैं। किसी भी प्रकार के व्यापार के लिए आवश्यकता होती है ग्राहकों को सीधे तौर पर कंपनी से जोड़ने की और ऐसा तभी संभव हो सकता है जब ग्राहक के एक फ़ोन कॉल पर कंपनी की ओर से तुरंत प्रतिक्रिया दी जाये। टोल-फ्री नंबर इस कड़ी में एक उत्तम माध्यम साबित होता है। इसके साथ ही कंपनी अनेक प्रकार के व्यवसाय के प्रचार के लिए अलग-अलग टोल-फ्री नंबर लेकर ये भी ज्ञात कर सकती है की किन व्यवसायों पर उन्हें अधिक प्रतिक्रिया मिलती है और किन पर उन्हें  मेहनत करनी है।


३. ग्राहकों का संतुस्ट करना

कंपनी से संपर्क करने का कोई साधन न देखकर, अधिकतर लोग हताश हो जाते हैं, जिसके कारण एक नकारात्मक छवि मन में घर कर जाती है। वहीं जब लोगों को टोल-फ्री नंबर मिलता है वो सीधे तो वो सीधे अपनी जिज्ञासा दूर करने के लिए कंपनी से संपर्क करके अपने सभी प्रश्नों के उत्तर पा सकता है। इतनी सरलता से समस्याओं का समाधान पाकर उनमे संतुस्ती का एक भाव उत्पन्न होता है और कंपनी की छवि बेहतर होती है।


४. सहज स्थान परिवर्तन

व्यापार के लिए नया स्थान, नयी उम्मीद और नया अवसर ले कर आता है और इसीलिए यदि एक जगह से हटकर किसी दूसरी जगह पर स्थानांतरित किया जाये तो बाजार तक पहुँच और पकड़ बनाने में कठिनाइयों सामना करना ही पड़ता है। लेकिन व्यापर कहीं भी स्थापित हो टोल-फ्री नंबर वही रहता है।टोल-फ्री नंबर न बदलने के कारण कंपनी, कहीं से भी, अपने पुराने ग्रहकों से जुडी रह सकती है और नए के साथ-साथ पुराने बाजार में भी पकड़ रहती है।


५. याद करने में सरल

टोल-फ्री नंबर में बहुत ही सरल संख्याओं को संयुक्त किया जाता है जिससे इन्हे याद करने में कोई कठिनाई नहीं होती। जब नंबर सरल होगा तो ग्राहकों को याद भी उतनी ही सहजता से हो जायेगा और उनकी स्मृतियों में भी अधिक समय तक बना रहेगा। ग्राहक न केवल नंबर बल्कि कंपनी को भी लम्बे समय तक याद रखेंगे और व्यापार के और अधिक अवसर मिलेंगे।

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